महिला अत्याचार पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा- गहलोत सरकार सच सुनना नहीं चाहती
स्मृति ईरानी ने कहा शुक्रवार को राजस्थान के एक मंत्री ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर बात की और कांग्रेस ने उन्हें अनौपचारिक रूप से बर्खास्त कर दिया।
राजस्थान : मणिपुर में हुई क्रूर घटना और महिलाओं पर अत्याचार के वायरल वीडियो को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राजस्थान सरकार और टीएमसी पर निशाना साधा. शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि यह (मणिपुर वायरल वीडियो) मुद्दा न केवल संवेदनशील है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और विपक्षी नेता इससे वाकिफ हैं। इसलिए विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं करना चाहता था |
राजस्थान की गहलोत सरकार पर उठाए
सवालउन्होंने कहा, यह बड़ी चिंता की बात है कि शुक्रवार को राजस्थान के एक मंत्री ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर बात की और कांग्रेस ने उन्हें बिना सोचे-समझे बर्खास्त कर दिया। कांग्रेस राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार का सच सुनना नहीं चाहती…पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान लोगों की हत्याओं पर कांग्रेस मूकदर्शक बनी हुई है, क्योंकि वह टीएमसी के साथ सहयोग की भूखी है।
उन्होंने कहा कि उतना ही चौंकाने वाला एक और वीडियो है जो पश्चिम बंगाल के मालदा से सामने आया है, जिसमें दो दलित महिलाओं को पीटा जा रहा है और उनके कपड़े उतारे जा रहे हैं |
#WATCH | Mumbai: Union Minister Smriti Irani says, "This (Manipur viral video) issue is not only sensitive but has implications with regard to national security and is known to the opposition leaders. However, the opposition did not want to discuss the issue on the floor of the… pic.twitter.com/qMLsFQGXK1
— ANI (@ANI) July 22, 2023
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया। राजभवन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. यह कार्रवाई गुढ़ा द्वारा शुक्रवार को विधानसभा में महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरने के कुछ घंटों बाद हुई। राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि गुढ़ा को बर्खास्त करने के संबंध में मुख्यमंत्री की सिफारिश स्वीकार कर ली गई है |
राजस्थान विधानसभा में राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी विधेयक 2023 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों ने मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर तख्तियां लहराईं। गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में ये सच है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहे हैं और जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, उससे मणिपुर की बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए |
इस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में राजस्थान नंबर वन है. राठौड़ ने बाद में एक ट्वीट में कहा, राजस्थान में बहन-बेटियों पर हो रहे अत्याचार और दुराचार की हकीकत खुद सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बता रहे हैं. संविधान के अनुच्छेद 164(2) के मुताबिक, कैबिनेट सामूहिक जिम्मेदारी के आधार पर काम करती है और मंत्री का बयान पूरी कैबिनेट यानी सरकार का बयान माना जाता है |
पद से बर्खास्त होने के बाद गुढ़ा ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें सच बोलने की सजा मिली है. उन्होंने कहा, महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजस्थान नंबर एक पर है. मैंने क्या ग़लत कहा? मुझे सच बोलने की सज़ा मिली. गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग था।
गौरतलब है कि गुढ़ा उन छह विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने 2018 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर जीता था, लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। गुढ़ा को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. इसके बाद गुढ़ा खुलकर सचिन पायलट का समर्थन करते दिखे और अपने कई बयानों को लेकर विवादों में रहे. हाल ही में गुढ़ा का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ था जिसमें वह कह रहे थे कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट दोनों उनके पीछे भाग रहे हैं |